Soybean bajar rate सध्या महाराष्ट्रात सोयाबीन पिकाची काढणी सुरू झाली आहे, मात्र मुसळधार पावसामुळे शेतकऱ्यांना मोठा फटका बसला आहे. पावसामुळे बऱ्याच ठिकाणी सोयाबीन पिकाच्या गुणवत्तेमध्ये घट झाली आहे. त्यामुळे सोयाबीनच्या दरात वाढ होण्याची शक्यता आहे, कारण खराब मालामुळे बाजारात सोयाबीनची आवक कमी होत आहे. खालीलप्रमाणे काही महत्त्वाच्या बाजारपेठांतील सोयाबीनचे दर दिले आहेत:Soybean bajar rate
Soybean bajar rate: प्रमुख बाजारपेठांतील स्थिती
बाजार | आवक (क्विंटल) | कमी दर (₹) | जास्त दर (₹) | सर्वसाधारण दर (₹) |
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सिल्लोड | 128 | 3500 | 4250 | 4100 |
राहुरी | 44 | 2500 | 4300 | 3400 |
वरोरा | 981 | 3300 | 4251 | 4000 |
वरोरा-शेगाव | 374 | 2500 | 4125 | 3800 |
वरोरा-खांबाडा | 325 | 2800 | 4100 | 4000 |
बुलढाणा-धड | 150 | 3800 | 4300 | 4000 |
भिवापूर | 1750 | 3100 | 4400 | 3750 |
समुद्रपूर | 240 | 3500 | 4471 | 4000 |
देवणी | 66 | 3670 | 4442 | 4056 |
जळगाव | 160 | 3020 | 4165 | 4000 |
छत्रपती संभाजीनगर | 355 | 2901 | 4266 | 3584 |
चंद्रपूर | 720 | 4000 | 4395 | 4210 |
तुळजापूर | 280 | 4250 | 4250 | 4250 |
Soybean bajar rate सध्याच्या बाजारभावांचा सारांश:
- वाढता दर: पावसामुळे झालेल्या नुकसानीमुळे सोयाबीनच्या दरात वाढ होताना दिसत आहे.
- दराची अस्थिरता: विविध ठिकाणांवर सोयाबीनचे दर वेगवेगळे आहेत. काही ठिकाणी दर कमी तर काही ठिकाणी जास्त आहेत.
- नुकसानग्रस्त पिके: खराब झालेल्या पिकामुळे बाजारात कमी आवक आणि दरात अस्थिरता दिसत आहे.
शेतकऱ्यांनी पिकाची परिस्थिती लक्षात घेऊन दराचा आढावा घ्यावा आणि बाजारात योग्य वेळी सोयाबीन विक्रीस आणावी.